अब कहां होगा अर्धनग्न प्रदर्शन और नग्न प्रदर्शन को लेकर कहां क्या बोल रही जनता और अनियमित कर्मचारी संघ …..पढ़ें पूरी खबर

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रायपुर-पिछले दिनों राज्य की राजधानी रायपुर में जिस तरह से कुछ लोगों ने शासन के कार्यशैली को लेकर विरोध प्रदर्शन किया उसे लेकर समूचे प्रदेश में मौजूदा सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा। वहीं इसे लेकर भाजपा विधायक दल ने कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने राज्यपाल को ज्ञापन तक सौंप दी है। वहीं भारतीय जनता पार्टी विधायक दल ने मंगलवार को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को ज्ञापन सौंपकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ हुए नग्न प्रदर्शन की घटना पर संज्ञान लेकर आवश्यक वैधानिक पहल करने और प्रदेश की सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग कर डाली है । वहीं भाजपा विधायक दल ने बताया है कि समाचारों के अनुसार इन युवाओं ने अपने इस प्रदर्शन की सूचना पहले ही शासन-प्रशासन को दे दी थी, बावजूद इसके शासन ने जरा-सी संवेदना दिखाने की जरूरत नहीं समझी। ये युवा फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे उनका अधिकार छीने जाने का विरोध कर रहे थे। लेकिन इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। भाजपा विधायक दल ने राज्यपाल श्री हरिचंदन से निवेदन किया है कि इस संवेदनहीन सरकार को तत्काल बर्खास्त कर छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है, साथ ही भाजपा विधायक दल ने अपने ज्ञापन में कहा कि युवाओं की मांग पर संवेदनशीलता के साथ विचार करते हुए उसका शीघ्र निराकरण किया जाय व फर्जी प्रमाण पत्र धारियों के खिलाफ एफआईआर कराने की मांग की है।
नग्न प्रदर्शन के लिए गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारी युवाओं को तत्काल नि:शर्त रिहाई की मांग भी भाजपा विधायक दल ने की है। भाजपा विधायक दल ने इस बात पर भी बल दिया है कि पूर्व सूचना होने के बावजूद इस दु:खद मामले की उपेक्षा करने वाले शासन-प्रशासन के लोगों की जिम्मेदारी तय करते हुए जो भी दोषी पाए उन्हें भी दंडित किया जाए।

 

वहीं इसी बीच अधिकांश लोगों ने कहा कि कहीं ऐसा ना हो कि शासन के आला अधिकारियों के द्वारा निवेदन पर कार्यवाही ना करने पर अब हर किसी को नग्न प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ेगा। इस विषय को लेकर कई लोगों ने अपने राय में बताया कि वैसे तो नग्न प्रदर्शन करना पूर्णतः गलत है परंतु शिकायत पर प्रशासन के आला अफसरों के द्वारा कोई कार्यवाही ना करने पर ही व्यक्ति ऐसे विरोध प्रदर्शन को लेकर आक्रामक होता है,वहीं अगर शासन और इसके आला अफसरों के द्वारा बिना रिश्वत खोरी को बढ़ावा दिए एक समय सीमा पर कार्यवाही करे तो भला ऐसी परिस्थिति क्यों निर्मित होगी,इसका निर्धारण स्वंय सरकार को करना चाहिए।

वहीं अनियमित कर्मचारियों को लेकर कर्मचारी संगठनों और उनके परिजनों के बीच में मौजूदा सरकार को लेकर जमकर नाराजगी व्याप्त है। जानकारी मिल रही है कि प्रदेश भर के अनियमित कर्मचारियों के द्वारा भी सरकार के विरुद्ध अर्धनग्न प्रदर्शन करने की तैयारी है जहां पुरुष वर्ग अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करेंगे और महिला वर्ग बिना चप्पल के प्रदर्शन में शामिल होकर प्रदर्शन करेंगी।

सूत्रों से मानें तो अनियमित कर्मचारियों को लेकर प्रदेश भर के ढेड़ लाख कर्मचारियों में अनुपूरक बजट को लेकर जमकर नाराजगी व्यक्त की है और सभी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लबरा मुख्यमंत्री का नाम दिया है। वही छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू, छत्तीसगढ़ आउटसोर्सिंग-ठेका कर्मचारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक राजेश गुप्ता, छत्तीसगढ़ राज्य स्वास्थ्य नर्सिंग संघ के अध्यक्ष अजय त्रिपाठी, छत्तीसगढ़ सर्वविभागीय श्रमायुक्त दर श्रमिक कलेक्टर दर श्रमिक मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता सत्यम शुक्ला, छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष रवि गढ़पाले आदि इन सभी श्रम संगठनों ने अर्धनग्न प्रदर्शन को लेकर तो कुछ विशेष नहीं कहा है परंतु ऐसी आशंका जताई जा रही है कि 15 अगस्त तक अगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इनके लिए नियमितीकरण की घोषणा नहीं करते हैं,तो लोगों के आक्रामक होने के आसार दिखते हैं।

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