



रायपुर-देश में 01 सितम्बर 2017 से प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का आरंभ किया गया। इस योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के अच्छी भरण पोषण और अच्छी स्वास्थ्य को लेकर, शासन के टीकाकरण योजना को सफल बनाने और नवजात की बेहतर देखभाल के मद्देनजर केंद्र सरकार योजना का आरंभ किया है,जिसमें हितग्राही को तीन किश्तों में कुल 5,000/- की राशि जमा करने का प्रावधान किया गया। इन योजनाओं को छत्तीसगढ़ प्रदेश में धरातल पर सफल बनाने वाली अधिकांश आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं और आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया है और ना ही इस संबंध में कोई भी अधिकारी कोई प्रतिक्रिया दे रहे। महज अब सवाल यह है कि क्या ऐसे में धरातल पर योजनाओं को सफल बनाने वाले लोगों को ही अगर इस प्रकार का शासन,विभाग और श्रम संगठनों के पदाधिकारियों की उदासीनता का शिकार होना पड़ेगा तो क्या आगे ये आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा मन लगाकर काम कर योजना को सफल बनाने का कार्य किया जाएगा या फिर इनके द्वारा भी कछुए की चाल से काम कर प्रदेश जो नम्बर 1 कहलाने का दर्जा प्राप्त करता है,अगली बार फिसड्डी राज्य में गिनती में आएगा। क्या प्रशासन हरकत में आकर इनका भुगतान करेगा या फिर मौन धारण कर लेगा,यह अब देखने वाली बात रहेगी।