एमसीबी जिले के जिला खाद्य अधिकारी की दिखी उदारता, केल्हारी तहसील से आई विधवा का त्वरित समाधान ना कर दिया नियमों का हवाला भाजपा ने कहा-भूपेश सरकार में मरे को जिंदा कर 06 से राशन के लिए त्राहि त्राहि मचाने का कार्य हो रहा

खबर सुनें

न्यूज़ डेस्क

रायपुर/एम0सी0बी0-अगर किसी विवाहित पुरुष की मृत्यु होती है तो उसकी बीवी विधवा होती है,यह तो दुनिया जानती है, परंतु छत्तीसगढ़ प्रदेश के मौजूदा भूपेश सरकार में शायद मृत व्यक्ति को भी जिंदा करने का शायद ही कोई परिपत्र जारी हुआ हो जिस कारण से एम0सी0बी0 जिले के केल्हारी तहसील अंतर्गत पसौरी ग्राम पंचायत की एक विधवा महिला को जारी राशनकार्ड में उसके मृत व्यक्ति का नाम दर्ज कर जीवित दर्शाया गया है।

जी हां हम किसी और की नहीं, बल्कि जिसे मौजूदा सरकार के उदार जिला प्रशासन के उदारता के कारण राशन तो नहीं,महज नसीब में लिखे दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर, लाचार लीलावती की है जो 40 किलोमीटर दूर केल्हारी तहसील के पसौरी ग्राम से अपनी फरियाद व तत्काल निवारण की उम्मीद लेकर जिला मुख्यालय जिला कलेक्ट्रेट आई थी,जिस पर सबसे पहले जिला खाद्य अधिकारी संजय ठाकुर ने पत्र को देख यह कह दिया कि जो कार्य यहां से तुरंत हो जाना है उसके लिए प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखने का क्या औचित्य है,क्या तुम कभी मेरे सामने आई हो? फिर साहब बोले चलो ठीक है,कार्य हो जाएगा तुम्हारा जो मेरे कार्यालय से संबंधित है। जनाब,जिला खाद्य अधिकारी ने इतना तो कह दिया कि पर जब यह कहा गया कि सर 40 किलोमीटर दूर पसौरी से आई हूं और बार बार आने के लिए किराया नहीं है,तब साहब के असली उदारता का परिचय मिला,जिसमें साहब ने अपने कहा कि और भी काम हैं और कहें कि नियम से काम होगा और इसका पीडीएफ हम संबंधित जनपद को भेजेंगे। तब जिला खाद्य अधिकारी संजय ठाकुर को तनिक भी शर्म नहीं आई कि, पिछले 06 माह से कौन सा ऐसा नियम था जब उस विधवा को राशन आपके रहते नहीं मिला और तब आपका नियम कहां था जब आप एक मरे व्यक्ति को जिंदा कर दिए थे। यहां तक कि जिला खाद्य अधिकारी ने यह भी नहीं सोचा कि इस महिला को जब 06 माह से राशन नहीं मिल रहा तो इसके पास खाने के लिए राशन नहीं होगा तभी यह महिला अपनी फरियाद लेकर यहां आई है। बताना चाहेंगे कि लीलावती के पति कमला प्रसाद की मृत्यु वर्ष 2018 में पांच साल पहले हो चुकी थी जिसमें देवर के आधार कार्ड नम्बर चढ़ाते हुए मृत पति का नाम खाद्य विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा दर्ज कर दिया गया है। हालांकि पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत प्रदेश के मुख्य मंत्री महोदय एवं मुख्य सचिव सहित तमाम आला अफसरों को कर चुकी है,जिस पर अब यह देखना लाजमी होगा कि मौजूदा सरकार के आला अफसरों की नींद कब टूटती है और कब विधवा को 06 माह का राशन सहित उसे विधवा मानते हुए अंत्योदय योजना का राशनकार्ड जारी किया जाता है और क्या ऐसे बेशर्म जिला खाद्य अधिकारी पर कोई कार्यवाही होती या फिर उन्हें संरक्षण दिया जाता है।

“सबसे पहले तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को तत्काल संज्ञान लेकर ऐसे बेशर्म जिला खाद्य अधिकारी पर तत्काल कार्यवाही करते हुए निलंबित और जिले से तबादला करते हुए विधवा को तत्काल राशन दिलाने की मांग भाजपा सरकार करती है।”

डॉ रश्मि सोनकर
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य,भाजपा सोशलमीडिया

Leave a Comment

स्वतंत्रत और सच्ची पत्रकारिता के लिए जरूरी है कि वो कारपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करें

[democracy id="3"]
Translate »