छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के साथ अब कौन आया मैदान में और आऊटसोर्सिंग सहित सभी वर्गों का किसने रखा ख्याल…..पढ़ें पूरी खबर

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रायपुर-अब ऐसा लगने लगा है कि अगर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अगर प्रदेश के अनियमित सहित आउटसोर्सिंग वर्ग के कर्मचारियों के साथ अगर छलावा करती है,तो स्पष्ट है कि इस बार प्रदेश के अनियमित, आऊटसोर्सिंग सहित अनियमित वर्ग के लगभग पांच लाग कर्मचारियों और उनके परिजनों के लगभग 20 लाख मतदाताओं का मत संभव है कि भाजपा के पक्ष में अपने भविष्य को सुरक्षित करने के दृष्टिकोण से जाने का आसार है। इसे लेकर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर चुनाव के दौरान सत्ता में आने के लिए जारी किए घोषणा पत्र को याद दिलाया गया है। साथ ही छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले के द्वारा दिए गए पत्र पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर शासकीय विभागों/निगम/आयोग/मंडलों/निकायों में कार्यरत अनियमित, संविदा एंव दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी/अधिकारियों की नियमितीकरण एंव किसी भी कर्मचारी की छंटनी ना किए जाने सहित शासकीय विभागों में आऊटसोर्सिंग पूर्णतः बंद करने को लेकर पत्र लिखा है। वही़ अब देखना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल क्या सच में अपनी कुर्सी बचाने और सत्ता में दोबारा आने के लालच से प्रदेश के प्रदेश के अनियमित कर्मचारियों को नियमित करेंगे या फिर 4,000/- की राशि बढ़ोतरी जैसे झुनझुना पकड़ाकर इस बार बोरिया बिस्तर लेकर इडली जाने की तैयारी करने में जुट गए हैं।

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