रायपुर/दुर्ग-चुनावी समय हो और राजनीति हो,भला ये तो संभव ही नहीं है, परंतु दुर्ग जिले के महिला पुलिस स्वयं सेविकाओं के द्वारा जिस केंद्र की सरकार के द्वारा योजना आरंभ कर योजना बंद किया गया उसी भाजपाइयों के द्वारा इनके धरना समर्थन को सहयोगी बनने की कोशिश कर हड़ताल को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। बताना चाहेंगे कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में जिला कलेक्टर की जानकारी के बावजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है।
योजना को केंद्र सरकार के द्वारा पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में आरंभ की गई थी,जिसे केंद्र सरकार के द्वारा ही बंद किया गया है। विभाग के आला अफसरों से पता करने पर बताया गया कि राज्य सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं होती है तथा राज्य सरकार के द्वारा जितनी राशि इन्हें देनी थी,वह इनको भुगतान पहले ही किया जा चुका है। इस योजना में वर्तमान में राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
वहीं इस बात की जानकारी दुर्ग जिला कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा को भी दी जा चुकी है। वहीं इस हड़ताल में भाजपा के पूर्व संसदीय सचिव विजय बघेल एंव पूर्व महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रमशिला साहू सारे शर्म लिहाज छोड़ धरने में शामिल होने आई थी। वहीं कुछ जानकार बताते हैं कि इस हड़ताल को राजनीति रंग देने की कोशिश की जा रही है,जबकि यह हड़ताल पूर्णतः असंवैधानिक है। लोगों को यह पता होना चाहिए कि पूर्व संसदीय सचिव विजय बघेल एंव पूर्व महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रमशिला साहू दोनों ही भाजपा के कद्दावर नेताओं में से हैं,और अभी हाल ही में देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जब राजधानी रायपुर आए थे,तब इन्होंने आवाज क्यों नहीं उठाई।