रायपुर-वैसे तो कहते हैं कि छत्तीसगढ़-सबले बढ़िया, पर आए दिन इसका वजूद सिमटता दिखाई पड़ रहा। खास तौर पर अगर कहें छत्तीसगढ़िया सिनेमा जगत की,तो इसके वजूद के लिए अब तक कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जा रहा है। वहीं एक कार्यक्रम में छत्तीशगढ़ फ़िल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर एसोसिएशन को प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मौजूद कलाकारों से कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के सांस्कृतिक एवं पारंपरिक धरोहरों को बचाने और संवारने में हमारे कलाकारों का महत्वपूर्ण योगदान है। इस अवसर पर सभी ने सामूहिक रूप से नाचा के पुरोधा स्व. हबीब तनवीर, चन्दैनी गोंदा के संस्थापक स्व. खुमान साव का पावन स्मरण किया।
इस दौरान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात में छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 3 सूत्रीय मांग हेतु ज्ञापन सौंपा जिसमें फ़िल्म सिटी में 100 एकड़ जमीन नया रायपुर में पूर्ववत आरक्षित करने,छत्तीसगढ़ी फिल्मों को दूसरी भाषा की फिल्मो की तरह 50 लाख तक सब्सिडी देने तथा बाहर से आये निर्माताओं को cctpa से NOC लेने की अनिवार्यता को फ़िल्म नीति में लागू करने की मांग की गई,जिस में उन्होंने तत्काल निर्णय लेते हुए छत्तीसगढ़ सिने टेलीविसन प्रोडूसर एसोसिएशन से NOC लेने सम्वन्धी मांग की तत्काल स्वीकृति दे दी। साथ ही पद्मश्री पुरस्कार विजेता, राज्य पुरस्कार विजेता, लोक कलाकार, फ़िल्म आर्टिस्ट, तकनीशियन और निर्माता-निर्देशकों से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर सार्थक चर्चा की। पत्र में संगठन ने नई फिल्म नीति लागू किये जाने एव सब्सिडी की पहल किये जाने हेतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद भी दिया। कार्यक्रम में पद्मश्री भारती बंधु, पद्मश्री मदन चौहान, पद्मश्री उषा बारले, निर्माता निर्देशक मनोज वर्मा, सतीश जैन, रूना शर्मा अत्री,रजनी रजक समेत प्रदेशभर के कलाकार उपस्थित थे।
बात हे अभिमान के,छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान का नारा लगा,छत्तीसगढ़ सीने एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हुए रू-ब-रू
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