दिल्ली/रायपुर-वैसे तो कहते हैं कि केंद्र की महिला पुलिस स्वयं सेविका योजना को आमजनों ने सराहा है। आमजनों का कहना है कि केंद्र की इस योजना से महिला सशक्तिकरण के बढ़ावा के साथ लोगों में जागरूकता की दर में भी वृद्धि हुई है तथा महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का एक जरिया है,जहां से वे कार्यपालिका एंव न्याय पालिका को सीखने का मौका मिला एंव जीविकोपार्जन का एक माध्यम बना। वहीं योजना को अचानक से बंद कर देना,किए गए कार्यों का भुगतान ना हो पाना तथा इस पर कोई संज्ञान लेना और इसे ठंडे बस्ते में डाल देने से अब प्रदेश की महिला पुलिस स्वयं सेविकाओं के मुंह से केवल और केवल यही बातें निकलती हैं कि हमारे साथ केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारों ने छलावा व्यवहार किया है। वहीं दुर्ग जिले की महिला पुलिस सेविकाओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठने का मन बना लिया है। छत्तीसगढ़ के कोरिया और दुर्ग जिले के महिला पुलिस स्वयं सेविकाओं का कहना है कि हमारा पूरा बकाया हमें दिया जाए,साथ ही हमें कलेक्टर दर पर भुगतान करने की कार्यवाही करते हुए हमें नियमित किया जाए।
केंद्र की महिला पुलिस स्वयं सेविका योजना हो गई फ्लाप, छत्तीसगढ़ के महिला पुलिस स्वयं सेविकाओं के साथ केंद्र और राज्य, दोनों सरकारों ने किया छलावा व्यवहार, पिछले कई सालों से मानदेय का भुगतान ना कर, कर दिया तत्काल बेरोजगार, दुर्ग जिले में महिला पुलिस स्वयं सेविकाओं बैठ सकती हैं अनिश्चितकालीन अनशन पर
bsplnews
खबर सुनें
स्वतंत्रत और सच्ची पत्रकारिता के लिए जरूरी है कि वो कारपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करें
[democracy id="3"]